संचालित क्रशर उद्योगों में निर्धारित क्षमता से दोगुना गिट्टी का परिवहन होने के बावजूद परिवहन विभाग और खनिज विभाग द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। वाहनों में 30 टन की रायल्टी पर्ची में 50 टन गिट्टी लोड कर परिवहन किया जा रहा है। इससे सरकार को राजस्व का तो नुकसान हो रहा है, वहीं निर्धारित क्षमता से अधिक लोड लेकर चलने से पीएमजीएसवाय और पीडब्लूडी की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो रही है।
गुरूवार की दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे ग्राम तरौद में स्थित आनंद कुमार अग्रवाल के क्रशर उद्योग से ट्रेलर वाहन क्रमांक सीजी 11 एएन 2651 में बाराद्वार के सकरेली रेलवे फाटक के पास निर्माणाधीन चौथी लाइन के लिए 40 एमएम गिट्टी लेकर जा रही थी, जिसमें 50 टन से अधिक गिट्टी थी, जबकि ड्राइवर के पास केवल 30 टन की रायल्टी पर्ची थी। इसी तरह ट्रेलर नंबर सीजी 11 एक्यू 7904 में 30 टन रॉयल्टी पर्ची कटवाकर 50 टन से अधिक 40 एमएम गिट्टी का परिवहन किया जा रहा था। क्षेत्र के क्रशर उद्योगों में गिट्टी लोडिंग के दौरान वाहनों में परिवहन के समय निर्धारित क्षमता से कम क्षमता की रॉयल्टी पर्ची जारी की जा रही है। जिससे शासन को हर साल लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है, वहीं रायल्टी चोरी कर क्रशर संचालक मुनाफा कमा रहे हैं।
ओवरलोड वाहनों पर कर रहे कार्रवाई
अकलतरा क्षेत्र में स्थित क्रशर खदानों में लगातार खनिज विभाग द्वारा जांच कर कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को ओवर लोड वाहनों पर कार्रवाई की गई है, आगे भी कार्रवाई की जाएगी।