11 July 2022: आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वादशी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), आषाढ़। द्वादशी तिथि 11:14 AM तक उपरांत त्रयोदशी। नक्षत्र अनुराधा 07:50 AM तक उपरांत ज्येष्ठा 05:15 AM तक उपरांत मूल। शुक्ल योग 09:01 PM तक, उसके बाद ब्रह्म योग। करण बालव 11:14 AM तक, बाद कौलव 09:33 PM तक, बाद तैतिल। जुलाई 11 सोमवार को राहु 07:32 AM से 09:12 AM तक है। 05:15 AM तक चन्द्रमा वृश्चिक उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा।
विक्रम संवत – 2079, राक्षस
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत – आषाढ़
अमांत – आषाढ़
वैदिक ऋतु – ग्रीष्म
द्रिक ऋतु – वर्षा
वार- सोमवार
शुक्ल पक्ष द्वादशी – Jul 10 02:14 PM – Jul 11 11:14 AM
शुक्ल पक्ष त्रयोदशी – Jul 11 11:14 AM – Jul 12 07:46 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 12:05 PM – 12:58 PM
अमृत काल – 09:24 PM – 10:50 PM
ब्रह्म मुहूर्त – 04:16 AM – 05:04 AM
दिशाशूल: आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें।
अशुभ काल
राहू – 7:32 AM – 9:12 AM
यम गण्ड – 10:52 AM – 12:32 PM
कुलिक – 2:12 PM – 3:52 PM
दुर्मुहूर्त – 12:58 PM – 01:52 PM, 03:38 PM – 04:32 PM
वर्ज्यम् – 12:57 AM – 02:21 AM
विशेषः- जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिव लिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी की कृपा बरसती है ।