जांजगीर-चांपा में ग्रामीणों ने त्रिस्तरी पंचायत उप चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। उप चुनाव के लिए मंगलवार सुबह से वोट डाले जा रहे हैं, लेकिन यहां बूथ पर सन्नाटा है। आरोप है कि आजादी के बाद से अभी तक गांव में सड़क ही नहीं बनी है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं बनाई गई। अब ग्रामीणों ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का भी ऐलान कर दिया है। सूचना मिलने पर पहुंचे तहसीलदार बजरंग साहू समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हैं।

मामला पामगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत खोखरी के गांव रीवापार का है। यहां सरपंच पद के लिए मंगलवार को मतदान होना है। इसके लिए प्रशासन ने शासकीय प्राथमिक शाला में बूथ बनाया है। सारे इंतजाम भी किए गए हैं, लेकिन सुबह से कोई मतदान करने ही नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का आरोप है कि आजादी के 75 साल बीत गए, लेकिन उनके गांव में अब तक पक्की सड़क नहीं बनी। वो इसके लिए सैकड़ों बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं, पर समस्या हर बार अनसुनी कर दी गई।खोखरी ग्राम पंचायत में 2600 मतदाता हैं। इनमें 600 मतदाता रीवापार व में हैं। पंचायत उप चुनाव में सरपंच पद के लिए तीन प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं, लेकिन वोट अब तक एक भी नहीं पड़ा है। ग्रामीण बूथ तक जाने को तैयार ही नहीं है। हाथों में पोस्टर लिख सड़क की मांग को लेकर ग्रामीण प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि राहौद से रीवापारतक सड़क का डामरीकरण नहीं होगा, मतदान भी नहीं किया जाएगा। वे किसी भी चुनाव में सहभागिता नहीं निभाएंगे। उसका बहिष्कार जारी रहेगा।