कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को गंभीरता से न लेना हमारी एक बड़ी भूल साबित हो सकती है। भले ही भारत में इसके मामले यह खबर लिखे जाने तक 143 ही हैं लेकिन हमें आंकड़ों से ज्यादा इसके बढ़ने की रफ्तार पर ध्यान देना चाहिए। भारत ओमीक्रोन के शुरुआती चरण में है और इसके सामने ब्रिटेन जैसे देशों का उदाहरण मौजूद है। दुनिया में सबसे पहले वैक्सिनेशन शुरू करने वाला और करीब-करीब अपने सभी प्रतिबंध वापस लेने वाला ब्रिटेन एक बार फिर घुटनों पर आता दिख रहा है। ब्रिटेन के हालात उन भयावह तस्वीरों की याद दिला रहे हैं जो पहली लहर के दौरान इटली से आ रही थीं।
