ट्विटर की वेबसाइट पर नक्शे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग देश दिखाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। वहीं, मध्यप्रदेश सरकार ने भी माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी। इस संबंध में राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने डीजीपी को कार्रवाई करने का आदेश दिया, जिसके बाद भोपाल साइबर सेल ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। हालांकि, देश में ट्विटर के खिलाफ काफी समय से माहौल बन रहा है, लेकिन पिछले 25 दिन में ट्विटर चार बड़े विवादों में फंस चुका है। इस रिपोर्ट में हम पूरे मामले को जानते-समझते हैं।
अब तक कितने मामले दर्ज?
जानकारी के मुताबिक, देश का गलत नक्शा दिखाने के मामले में मध्य प्रदेश पुलिस की साइबर सेल ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी के खिलाफ आईटी एक्ट के सेक्शन 505 के तहत केस दर्ज कर लिया। इसी मामले में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी माहेश्वरी के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। वहीं, दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ट्विटर के खिलाफ चाइल्ड पोर्नोग्राफिक कंटेट के मामले में केस दर्ज किया है। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश में ट्विटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है, जिस मामले में मनीष माहेश्वरी को कर्नाटक उच्च न्यायालय से राहत मिल गई थी। हालांकि, उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है। कुल मिलाकर ट्विटर के खिलाफ अब तक चार मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें दो केस गलत नक्शे के मामले से संबंधित हैं।
नए आईटी कानून से शुरू हुआ विवाद
बता दें कि ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच विवाद शुरुआत उस वक्त हुई, जब भारत सरकार ने नए आईटी नियम लागू करने के लिए सख्ती करनी शुरू की। ट्विटर पहले इस मामले को दिल्ली उच्च न्यायालय लेकर गया, लेकिन उसे राहत नहीं मिली। हालांकि, इसके बाद 6 जून को ट्विटर ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू समेत आरएसएस के कई बड़े नेताओं की प्रोफाइल से ब्लू टिक हटा दिए। इस मामले में विवाद बढ़ा तो ट्विटर ने अपना फैसला वापस ले लिया।
गाजियाबाद केस ने बिगाड़े हालात
गौरतलब है कि गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक मुस्लिम बुजुर्ग से मारपीट और अभद्रता का मामला सामने आया था। इस घटना का वीडियो ट्विटर पर काफी तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी समेत नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। उन पर घटना को गलत तरीके से पेश करने और उसे सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया गया। इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने मनीष माहेश्वरी को 17 जून को समन भेजा, लेकिन उन्होंने कर्नाटक उच्च न्यायालय की शरण ली। वहां से उन्हें राहत मिली और अदालत ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। इस आदेश को उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। वहीं, माहेश्वरी ने भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दायर की है, जिसमें कहा गया कि यूपी सरकार की याचिका लिस्ट करते वक्त उनका पक्ष भी सुना जाए।
प्रोफाइल लॉक से बिगड़ी बात
25 जून को ट्विटर ने कॉपीराइट का हवाला देते हुए केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट करीब एक घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया। इस मामले ने जब तूल पकड़ा तो ट्विटर को अपने कदम एक बार फिर पीछे खींचने पड़ गए। इस दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर कार्रवाई होने की जानकारी दी थी।
गलत नक्शे से बढ़ा टकराव
इसके बाद 28 जून को ट्विटर ने अपनी वेबसाइट पर भारत का गलत नक्शा लगा दिया। इस नक्शे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग देश दिखा दिया। इस मामले के बाद देश में ट्विटर की मुसीबत लगातार बढ़ रही है। उसके एमडी मनीष माहेश्वरी के खिलाफ लगातार केस दर्ज किए जा रहे हैं। बता दें कि नए आईटी कानूनों का पालन नहीं करने के चलते ट्विटर को मिला कानूनी संरक्षण भी खत्म कर दिया गया है। ऐसे में उसके खिलाफ आईपीसी के तहत केस दर्ज किए जा रहे हैं।