प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 24 जून को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के कई नेता दिल्ली रवाना हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और माकपा नेता व पीएजीडी प्रवक्ता एमवाई तारिगामी बुधवार को दिल्ली पहुंच गए। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस के जीए मीर, पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी पहले से ही दिल्ली में हैं।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला वीरवार सुबह रवाना होंगे। इसके साथ ही जम्मू के भाजपा व कांग्रेस के नेता भी दिल्ली रवाना हो गए हैं। बैठक में राज्य में राजनीतिक प्रक्रिया की बहाली पर मंथन होगा। इसके साथ ही राज्य का दर्जा बहाल करने, परिसीमन और विधानसभा चुनाव पर भी बात हो सकती है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व पीएमओ राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा व एनएसए अजीत डोभाल के भी शामिल होने की संभावना है। बैठक दोपहर बाद तीन बजे बुलाई गई है।
जम्मू-कश्मीर का पांच अगस्त, 2019 को विशेष दर्जा वापस लेने के बाद कश्मीर के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री की इस पहली बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हैं। एजेंडे को बिना सार्वजनिक किए बुलाई इस सर्वदलीय बैठक को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सबको इंतजार है कि आखिर इस बैठक का नतीजा क्या निकलकर आएगा। गुपकार गठबंधन (पीएजीडी) के नेताओं ने बीते दिन बैठक के बाद स्पष्ट कर दिया है कि वे अनुच्छेद 370 और 35-ए के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। जो भी बातचीत होगी वह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए होगी।
पीएजीडी प्रवक्ता और सीपीआईएम नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी इंडिगो की फ्लाइट से बुधवार सुबह करीब 10:44 पर दिल्ली के लिए रवाना हुए। इसके बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पीएजीडी उपाध्यक्ष महबूबा मुफ्ती एयर एशिया की फ्लाइट में 4:30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुईं। डॉ. फारूक वीरवार सुबह 9.30 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद व पैंथर्स पार्टी के प्रो. भीम सिंह दिल्ली में ही हैं। फिलहाल मुजफ्फर बेग के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना, पूर्व उप-मुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह व कवींद्र गुप्ता भी रवाना हो गए हैं।
बैठक के लिए 14 नेता आमंत्रित
सवर्दलीय बैठक के लिए जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं। ये चारों जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनके अलावा कांग्रेस के तारा चंद, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के मुजफ्फर हुसैन बेग, भाजपा नेता डॉ. निर्मल सिंह और कवींद्र गुप्ता (चारों पूर्व उप मुख्यमंत्री), माकपा के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना और पैंथर्स पार्टी के नेता भीम सिंह को भी आमंत्रित किया गया है।
बैठक में बुलाए पांच नेता रहे हैं नजरबंद
सर्वदलीय बैठक के लिए आमंत्रित 14 नेताओं में से नौ अनुच्छेद 370 हटने के बाद लंबे समय से हिरासत में रहे। इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, एमवाई तारिगामी, सज्जाद लोन शामिल हैं। सांसद होने के बावजूद डॉ. फारूक को घर में नजरबंद रखा गया था। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती को अलग-अलग जगहों पर बंद रखा गया था। कुछ नेताओं को एसकेआईसीसी के संतूर होटल में रखा गया था। धीरे-धीरे सभी नेताओं को विश्वास बहाली के तहत रिहा किया गया।