विकलांग होने के कारण अन्य राज्य में रेलवे में चयन होने पर भी नहीं जा पाया
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग का प्रतिफल बीते हुए कल घोषित हुआ जिसमें विभिन्न पदों पर नियुक्तियाँ हुई जिसमें प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक पर का प्रतिफल आया जिसमें जैजैपुर जनपद निवासी राजू पटेल ने सहायक पद अपना स्थान बनाया।
वैसे तो कहा जाए कि प्रतियोगी परीक्षाओं में स्थान बनाना कोई बड़ी बात नही है परंतु हसौद के अत्यंत गरीब परिवार से संबंध रखने वाले राजू पटेल एक पैर से विकलांग होते हुए भी अपनी अपंगता को ढाल बनाकर हर चुनौतियाँ का सामना किया,परिवार में कभी किसी का सहारा नही मिला,उनकी माँ ने घर-घर जाकर चंद रुपये के लिए काम किया,एक वक्त ऐसा भी आया कि पुस्तक खरीदने के लिए भी रुपये नही मिले जिसमें उनके सहपाठीयों व गाँव मित्रों ने सहयोग किया,यहीं नही राजू पटेल विभिन्न परीक्षाओं में बार-बार कम अंकों से पिछे रह जाने के बाद भी अपना मनोबल टूटने नही दिया,प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक के रूप में नौकरी कर घर चलाया,कई जगह शारीरिक और आर्थिक दुर्बलताओं के वजह से शर्मिंदा भी होना पड़ा,इन सब लेकिन इन सब कारणों को दरकिनार करते हुए एक पैर और डंडे के सहारे चलकर मिलों दूर तक के सफर तय कर पहले रेलवे में नौकरी हासिल की लेकिन अन्य राज्य में पोस्टिंग होने के कारण नही गए फिर वर्तमान में जनपद पंचायत जैजैपुर,जिला जांजगीर चाम्पा में ADEO के पद पर आसीन है उनका लेकिन कुछ अलग करने की जुनून और कठोर परिश्रम ने उन्हें 40 वर्ष की उम्र में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में राजनीति शास्त्र विषय पर सहायक प्राध्यापक के रूप में परचम लहराया।
इस अवसर पर उनके घर में बधाई देने का तांता लगा रहा जिसमें मुख्य रूप से समाजिक कार्यकर्ता तोशिबा लायन,समाजिक कार्यकर्ता व पंच शशिकांत शुक्ला,ननकीदाऊ मिष्ठान भंडार संचालक अशोक साहू,पंच प्रतिनिधि दुजराम साहू,पंच प्रतिनिधि रोहित साहू,तिलकराम साहू,बसंत साह,राजेंद्र कश्यप,संतोष पटेल,तीजराम साहू,कुनाल साहू,जवाहर सिंह विशेष रूप से उपस्थित होकर शुभकामनाये प्रकट किए।