
कोरोना वायरस से सुरक्षा दिलाने के लिए कई कंपनियां प्रभावी वैक्सीन निर्माण की दिशा में काम कर रही हैं। कोरोना के सामने आ रहे तमाम वेरिएंट्स पर यह वैक्सीन कितनी प्रभावी हैं, इस बारे में लगातार शोध जारी है। इस बीच एक अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने फाइजर और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के खिलाफ प्रभावी होने का दावा किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक सबसे पहले ब्रिटेन में सामने आए अल्फा स्वरूप की तुलना में वायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण गंभीर संक्रमण का खतरा अधिक है, हालांकि जिन लोगों ने फाइजर और एस्ट्राजेनेका के टीके लिए हैं उन्हें इससे काफी हद तक सुरक्षित माना जा सकता है। गौरतलब है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके का भारत में कोविशील्ड नाम से उत्पादन हो रहा है।