कोरोना के बीच अब ब्लैक फंगस लगातार खतरनाक होता जा रहा है।
कोरोना के बीच अब ब्लैक फंगस लगातार खतरनाक होता जा रहा है। इस संक्रमण के चलते कुछ मरीजों की आंख तक निकालनी पड़ रही है। ये बीमारी जानलेवा भी साबित हो रही है। राजस्थान सरकार ने स्थिति संभालने के लिए इस बीमारी को मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में शामिल कर लिया है। यानी अब सरकारी ही नहीं बल्कि प्राइवेट अस्पताल में भी मरीज फ्री इलाज करवा सकेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में ब्लैक फंगस के 5500 केस सामने आ चुके हैं। वहीं 126 लोगों की मौत हो चुकी। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 1500 मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा 90 मौतें भी यहीं हुई हैं।
दिल्ली:
दिल्ली में ब्लैक फंगस के 300 मरीज सामने आ चुके हैं। इंजेक्शन की कमी के चलते मरीजों के ऑपरेशन करने पड़ रहे हैं। एम्स में एक सप्ताह में 80 मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें से 30 की हालत गंभीर है।
महाराष्ट्र:
राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 1500 केस सामने आ चुके हैं। यह किसी एक राज्य में सबसे बड़ा आंकड़ा है। महाराष्ट्र सरकार ने इस बीमारी के इलाज में काम आने वाले एम्फोटेरिसिन B इंजेक्शन के 2 लाख डोज का ऑर्डर किया है। अब इस ऑर्डर के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है।
राजस्थान:
राज्य में 400 लोग ब्लैक फंगस का शिकार हुए हैं। जयपुर में 148 लोग इससे संक्रमित हैं। जोधपुर में 100 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, सरकार पूरे राज्य में ही 100 केस बता रही है। सरकार इसे महामारी घोषित कर चुकी है। इस संक्रमण को मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में भी शामिल करते हुए सरकारी के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी फ्री इलाज के इंतजाम किए जा रहे हैं।