गोविंदा और सलमान खान ने 2007 में रिलीज हुईं दो फिल्मों ‘पार्टनर’ और ‘सलाम-ए-इश्क’ में साथ काम किया था और ‘पार्टनर’ में उनकी केमिस्ट्री को भी लोगों ने खूब एन्जॉय किया था।
गोविंदा और सलमान खान ने 2007 में रिलीज हुईं दो फिल्मों ‘पार्टनर’ और ‘सलाम-ए-इश्क’ में साथ काम किया था और ‘पार्टनर’ में उनकी केमिस्ट्री को भी लोगों ने खूब एन्जॉय किया था। हालांकि, उसके बाद दोनों किसी फिल्म में साथ (स्पेशल अपीयरेंस छोड़कर) नजर नहीं आए। अब गोविंदा ने खुलासा किया है कि उन्हें सलमान के साथ मराठी सिनेमा की सुपरहिट फिल्म ‘शिक्षांच्या आइचा घो’ की हिंदी रीमेक के लिए अप्रोच किया गया था, जिसका निर्देशन महेश मांजरेकर करने वाले थे। लेकिन उन्होंने इसे करने से इनकार दिया था।
गोविंदा ने बताई फिल्म न करने की वजह फिल्म न करने की वजह बताते हुए गोविंदा ने एक बातचीत में कहा, “सही कहूं तो मुझे फिल्म की कहानी पसंद नहीं आई थी। जब सभी लोग एक पिता के खिलाफ हो जाते हैं तो वह मुख्यमंत्री के पास जाता है। जबकि गलती की शुरुआत उससे ही होती है। मैं जानता हूं कि मराठी में यह फिल्म बहुत बड़ी हिट हुई थी। लेकिन मुझे इसका कॉन्सेप्ट पसंद नहीं आया था।”
गोविंदा ने आगे कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं कि मैं काम का भूखा हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि जो मुझे पसंद न आए, वह भी कर लूं। महेश मांजरेकर मेरे अच्छे दोस्त हैं और जब कुछ अच्छा आएगा तो मैं उनके साथ काम करूंगा। जहां तक सलमान की बात है तो वे और मैं एक साथ कमर्शियल मसाला फिल्मों के लिए ठीक हैं, इस तरह की आर्ट फिल्मों के लिए नहीं।”
फिल्म ‘शिक्षांच्या आइचा घो’ के बारे में
‘शिक्षांच्या आइचा घो” एक ऐसे पिता की कहानी है, जो अपने बेटे को जबरन पढ़ाई करवाना चाहता है, जबकि उसके सिर पर क्रिकेट का जूनून सवार होता है। महेश मांजरेकर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सचिन खेड़ेकर, भरत जादव, सक्षम कुलकर्णी, सिद्धार्थ जादव और खुद महेश मांजरेकर की अहम भूमिका थी। फिल्म 15 जनवरी 2010 को रिलीज हुई थी। इसके बाद इसके रीमेक तमिल और तेलुगु में ‘धोनी’, बंगाली में ‘चलो पलताई’ और पंजाबी में ‘सन ऑफ मनजोत सिंह’ नाम से बने।